Wednesday, May 20, 2009

जब कांग्रेस ..................

जब कांग्रेस सत्ता में आयी तो लगा हमारे देश में नव जागरण आ रहा है । देश की जनता विकास के लिए कटिबद्ध है। जनता नही chahti की हर बार सरकार बदले और विकास प्रभावित हो। इसके लिए देश की जनता को लख लख बधाईयाँ ।

हमने किसी को देखा तो

जब हमने किसी को देखा तो मन परेशान हुआ वो यूँ ही इधर उधर टहल रही थी मन में एक ख्याल आया ।
काश ये मन बिकल होता
और तन्हा सा दिखता
उमंगे उठती मन हिलोरे लेता
और फिजा महकती
हमे महसूस होता
और पागलो की तरह दीवाना सा दिखता
काश ये मन बिकल होता .

हमने किसी को देखा हा

Wednesday, May 6, 2009

आज क्या हुआ

कॉलेज जहाँ हम रोज जाने की कोशिस करते हाँ और कुछ लोग रोज जाते भीं हाँ कुछ यूँ हुआ की दो तथाकथित छात्रों के बीच में वाक्युद्घ हुआ। उस वाकयुद्ध में मुझे एक बात की कमी खलीआरोप तो jansnghiyon की तरह लगाया जा रहा था लेकिन कोई कम्यूनिस्ट नही थावास्तव में कम्यूनिस्ट इसीलिए अच्छे लगते हाँ की सारी समस्याएं उनके पास होती हँ लेकिन उनका हल उनके पास नही होता है लेकिन आज उन समस्यायों का हल निकल आया। वास्तव में कभी कभी समस्यायों का हल निकले तो ही अच्छा होता हैजैसे तास्कंद समझौता नहीं हुआ होता तो अच्छा थाफिर भी मुझे एक अच्छी बात लगी । लार्कियों से वाकयुद्ध krne का अपना mja होता है

यूँ ही

यूँ ही कभी कभी कुछ लिखने का मन करता हैवास्तव में लिखने का मन होताहै लेकिन कभी कभी लिखते हुए कुछ नही भी लिखने का मन करता हैमै आज कालेज में हूँ रोज की तरह धुप में नहीहोता ये हा की मार्केटिंग की नौकरी में सिर्फ़ झूठ बोला जाता है जिसे हम व्यावसायिक भाषा में व्यावसाय कहा जाता हैकल भी नही जा पाउँगा क्यूंकि कल दिल्ली में चुनाव है। जहाँ तक मै सोचता हूँ चुनाव के बाद नौकरी की समस्या और बढ़ जायगी

Saturday, May 2, 2009

जब किसी का इंतजार होता हँ

कभी कभी किसी का इंतजार होता हँ
कभी कभी किसी से यूँ ही प्यार होता हँ
कोई मन की डाली पर फूल खिलाता है
कभी कभी मन यूँ ही मचल जाता है
कभी कभी अपने पर एतबार होता है
कभी कभी किसी का इंतजार होता है।

जब किसी का इंतजार होता हा