जब खोजते हैं की हमारा दिल कहाँ है
तब फूलों की तरफ बेबस नजरों से देखतें हैं
डाली पर खिले फूल टूटे पत्ते फिर
धुधतें हैं हमारा दिल कहाँ हैं
जब खोजते हैं हमारा दिल कहाँ है
paharon की उचैयाँ समन्दर की गहराई
बेबस नजरों से खोजते हैं हमारा दिल कहाँ हैं
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